
मध्य प्रदेश में कफ सिरप से 15 बच्चों की मौत के बाद देशभर में दवा कंपनियों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। हरिद्वार और रुड़की में औषधि विभाग ने औचक निरीक्षण किया। रुड़की और भगवानपुर की तीन कंपनियों और कई दुकानों में खामियां मिलीं। वरिष्ठ औषधि निरीक्षक अनीता भारती के नेतृत्व में टीम ने सभी को मानक के अनुसार उत्पादन करने के निर्देश दिए। दुकानों से 5 सैंपल लैब भेजे गए, कई दुकानदार दुकान बंद कर फरार हो गए।
अनीता भारती, वरिष्ठ औषधि निरीक्षक ने जानकारी देते हुए बताया कि सिरप इकाइयों और दुकानों का औचक निरीक्षण किया गया। बच्चों की जान से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। हरिद्वार के सिडकुल क्षेत्र में एक फैक्ट्री में छापेमारी के दौरान जीएमपी मानकों का उल्लंघन पाया गया। टीम ने पूरा स्टॉक सील और तीन बैच रोक दिए। नमूने लैब भेजे गए और उत्पादन बंद है। विभाग ने फैक्ट्री का लाइसेंस निरस्त करने की सिफारिश की।